नमस्ते दोस्तों अगर आप अपने फ्यूचर को ले कर चिंतित रहते हो कि कैसे पैसे को इन्वेस्ट करे ताकि फ्यूचर में फाइनेंसियल फ्रीडम मिल सके।
12 Wealth rules for Financial Freedom
तो चलिए डिटेल्स में बात करते है एक एक करके।
Maximize Monthly income
जी हा , आपको आपकी इनकम को बढ़ाने का सोचना चाहिए क्योकि एक ही इनकम या सैलरी की मदद से बहुत मुश्किल हो जाएंगे फाइनेंसियल फ्रीडम पाने के लिए। हा अगर आपकी मंथली इनकम 4 5 लाख हो तो बात अलग है 😂
तो एक से ज्यादा इनकम सोर्स होंगे तो बहुत अच्छा होंगे तो आपकी स्किल्स पर काम करे और इनकम सोर्स बढ़ाये
Time period
टाइम ही सब कुछ है , जैसे की आप जानते है Compounding टाइम के साथ ही काम करता है। तो जितनी जल्दी इन्वेस्टमेंट या सेविंग या बोले तो maximize income करेंगे उतना अच्छा होगा आपके लिए। जिसकी बात हम आगे करेंगे।
Right investment
राइट इन्वेस्टमेंट से यहाँ ये मतलब है कि हमें सही जगह इन्वेस्ट करे जिससे हमारे रिटर्न्स बढ़ सके। आप कहा इन्वेस्ट कर रहे ये बहुत इम्पोर्टेन्ट होता है।
अगर आप स्टॉक मार्किट में इन्वेस्ट कर रहे तो हमें देखना रहता है की वह से हमें कितना return मिल रहा। सही जगह का मलतब आप ये समझे की जब हम स्टॉक में इन्वेस्ट करते है तो 14-15% का return मिल जाता है और वही आप FD पर इन्वेस्ट करते हो तो 6% return ही मिलता है। तो आपको सोच समझकर इन्वेस्ट करना रहेगा।
Emergency fund
कोरोना इतना बड़ा उदाहरण आपके सामने है इससे पता चलता है कि कुछ भी कभी भी हो सकता है। इसी लिए आपके पास हमेसा इमरजेंसी फण्ड तो होना ही होना चाहिए।
तो जो भी इमरजेंसी फण्ड आपके पास हो वो Liquid फॉर्म में होना चाइये मतलब जब चाहे निकल सके। उदाहरण के लिए आपके सेविंग अकाउंट में रखे पैसे।
अब सवाल ये है कि अखिर कितना इमरजेंसी फण्ड होना चाहिए आपके पास ?
तो जितनी आपको मंथली इनकम है उसका 6 गुना आपको इमरजेंसी फण्ड में रखना चाहिए।
मन लो आपकी मंथली इनकम 60000rs है तो आपके इमरजेंसी फण्ड में आपके पास – 360000 होना ही होना चाहिए।
और अगर आपकी मंथली इनकम 10000rs है तो आपको इमरजेंसी फण्ड का टेंशन न ले कर इनकम के अमाउंट को बढ़ाने का सोचना चाहिए 😛
50 30 20 rule
चलिए मन लेते है आपकी इमके अच्छी है तो उसे अब 50 30 20 रूल आपको फॉलो करना चाहिए।
तो ये रूल कैसे काम करता है चलिए देखते है –
(50% on Needs) – नीड्स पर जायेंगे मलतब जो आपकी डेली नीड रहती है जैसे आपका rant ,Grocery , आपके सरे bills , transport के लिए जो फ्यूल डाल रहे उसका अमाउंट ये सब। तो 50% आप इन सब में स्पेंड कर कर सकते है।
(30% Wants) – 30% वह लगा सकते हो जो जरुरी तो नहीं पर आप लेना चाहते हो क्योकि भाई
शोक, बड़ी चीज होती है
जिस की मोबाइल , लैपटॉप , या कोई भी एक्सपेंसिव चीज जो आप लेना चाहते हो आ जाता है ।
(20% Save) – तो कमसे काम 20% तो आपको इन्वेस्ट करना ही करना चाहिए। अब वो आप इन्वेस्ट कहा कर रहे है इवो आपके ऊपर है।
- आप चाहे तो म्यूच्यूअल फंड में इन्वेस्ट कर सकते है
- स्टॉक मार्किट में भी अच्छा return मिलता है अगर वो सही परफॉर्म करे
- सरकारी बांड ले सकते है
- गोल्ड में इन्वेस्ट कर सकते है
- या प्रॉपर्टी ले सकते है ये भी एक अच्छा इन्वेस्टमेंट होता है।
100-your age
इक्विटी इन्वेस्टमेंट कितना करना है वो हम इस रूल से देखेंगे। तो अगर आपकी age 30 साल है तो रूल के हिसाब से 100-30 = 70% . मतलब अब आप शेयर मार्किट या म्यूच्यूअल फण्ड में 70% आप इन्वेस्ट कर सकते है।
पर यहाँ ध्यान दे की हम यहाँ आपकी monthly इनकम का 70% नहीं बोल रहे। यहाँ पर आपको अपने सेविंग के 20% का 70% को शेयर मार्किट या म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्ट करने के लिए कह रहे है।
अब बाकि का बचा पैसे आप चाहे तो गोल्ड में इन्वेस्ट कर सकते है या फिर बांड में भी इन्वेस्ट कर सकते है।
तो जैसे जैसे हमारी उम्र बढ़ती है हमारी risk taking capacity भी काम होती जाती है।
Maximum loan Eligibility
मतलब हमें मैक्सिमम EMI कितनी भरनी चाहिए ?
तो जितनी भी आपकी monthly income है उसका maximum 50% तक आप EMI पर use कर सकते है। मलतब जितने भी टोटल loan EMI है उनका अमाउंट आपकी इनकम के 50% से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
हमारी मने तो आप कोसिस करे की EMI का अमाउंट आपकी इनकम का 1/3 से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
Car budget optimize
अब सवाल ये है की हम कितनी बड़ी गाड़ी ले सकते है या बोल सकते है कितनी महंगी गाड़ी ले सकते है ?
तो उसके लिए सिंपल कैलकुलेशन है कि
6 months of your salary = Max car budget
उदाहरण से समझे तो मन लेते है आपकी income 50000 per month है तो आप 50000X6 =300000 रूपये तक की कार खरीद सकते है।
पर हो सकता है आप और महंगी कार खरीदना चाहते है तो वह पर आप loan लोंगे तो यहाँ भी एक रूल है जिसे आपको फॉलो करना चाहिए
20 4 10 rule
तो इस हिसाब से –
20% = आप down payment में देंगे। और 80% का आप लोन लेंगे
4 = मतलब 4 साल के लिए आप loan लेंगे।
10 = अब तो हर मंथ emi भरेंगे वो आपकी monthly income का 10% से ज्यादा नहीं होना चाहिए ।
Rent vs buy decision
जब हम अपने लिए घर ढूंढ रहे होते है तो कई बार हमारे दिमाग में आता है कि घर rant से ले या खरीद ही ले?
अब खरीदने जाएंगे तो laon लोंगे, emi भरेंगे। तो EMI का वो भाग बहुत बड़ा होता है यहाँ क्या करे अब ?
यहाँ आता है हमारा –
4% rule- तो इसमें आता है
rental yield – इसका मतलब होता है कि आपका एक साल का कितना rant आता है। यहाँ तक समझ गए होंगे।
उदाहरण के लिए बोले तो आपका monthly rant = 30000 रुपये है मतलब annual rent हुआ 360000 रूपये
Rental yield = Annual rent /Property value
अब यहाँ समझो की अगर हमारा rental yield 4% से ज्यादा है तो इसका मतलब रेंट अच्छा मिल रहा है तो रेंट से लेने के बजाये उसे खरीदना अच्छा होंगे क्योकि रेंट अच्छा मिल रहा है।
अब अगर rental yield 4% से कम है तो रेंट पर लेना सस्ता पड़ रहा है मतलब रेंट पर ले सकते है।
Life insurance
Life insurance में हमें सबसे पहले इन्वेस्ट करना चाहिए फिर बाकि के इन्वेस्टमेंट देखना चाहिए।
तो अगर Life insurance की बात करे तो हमें Term insurance ही लेना चाहिए क्योकि इसमें हमें कम पैसो में ज्यादा cover मिल जाता है।
इसका एक रूल होता है जो हम यहाँ फॉलो करते है –
20 times of your annual income – तो मतलब आपकी सालाना इनकम जितनी है उसका 20 गुना का आपका term insurance होना चाहिए।
मन लो आपकी सालाना इनकम 10 लाख रूपये है तो आपको
10 लाख X 20 = 2 करोड़ का term insurance होना ही होना चाहिए।
Different Types of Premiums in Term Insurance ? In Hindi.
Health insurance
तो अब हमें Health insurance के लिए कितने का कवर लेना चाहिए ?
देखो अलग अलग रूल चलते है पर हमारा सीधा हिसाब है कि को आपकी सिटी है मतलब जहां आप रहते हो वह पर Heart Surgery की जितनी cost है उतने का आप Health insurance ले सकते हो
उदाहरण के लिए आपकी सिटी में Heart Surgery 5 लाख में हो जाती है तो आपको कमसे काम 5 लाख का Health insurance लेना ही लेना चाहिए।
तो ये थे हमारे Wealth rules for Financial Freedom . अगर आपको ये जानकारी काम की लगे तो इसे शेयर भी जरूर करे ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगो तक ये बात पहुंचे।